मां तुम इतना प्यार कहां से लाती हो घर को जन्नत बनाती हो। मां तुम इतना प्यार कहां से लाती हो घर को जन्नत बनाती हो।
हमारी माँ का साथ हमारे जीवन में बना रहे। हमारी माँ का साथ हमारे जीवन में बना रहे।
अदावतें तो बहुत देखी राह-ए-ज़िन्दगी में मगर, खामोशियों से यूँ कभी किसी ने सताया ना था। अदावतें तो बहुत देखी राह-ए-ज़िन्दगी में मगर, खामोशियों से यूँ कभी किसी ने सताया ...
उस हंसी के जैसा देखा चांद है! वो फ़लक पे आज निकला चाँद है! उस हंसी के जैसा देखा चांद है! वो फ़लक पे आज निकला चाँद है!
नारी विधि की सुन्दर रचना , सम्मान उसका कीजिए। नारी विधि की सुन्दर रचना , सम्मान उसका कीजिए।
रूढ़िवादिता को बदल के आज नयी सोच का करो आगाज। रूढ़िवादिता को बदल के आज नयी सोच का करो आगाज।